6 Jan 2012

वैमानिकी और हम

उत्तर वैदिक काल के मनीषी महर्षि भरद्वाज को उद्धृत कर रहा हूं। अपने ग्रंथ में इन्होंने विमान में प्रयुक्त होने वाली धातुओं के निर्माण की विधि का वर्णन किया है...। साथ ही एक अन्य प्रसंग का भी वर्णन करुंगा....। राइट बंधुओं से तो आप सब वाकिफ होंगे...। हमें बचपन से पढ़ाया जाता है कि इन्होंने स्वनिर्मित विमान से पहली हवाई यात्रा की...। 1905 ईसवी में 120 फिट उचांई तक सैर भी किया...। आविष्कारक बताया जाता है इन्हें विमान का...। लेकिन हममें से कितनों का पता है शिवकर बापूजी तलपड़े के बारे में..। मुंबई के मशहूर संस्कृत विद्वान थे तलपड़े...। 1864 में इनका जन्म हुआ था...। राइट बंधुओं से आठ साल पहले, 1895 में इन्होंने एक विमान बनाया...। वैदिक तकनीक पर...। मरुताक्षी नाम दिया इसका...। मुंबई के चैपाटी समुद्र तट पर मानव रहित विमान उड़ाया भी...। 1500 फीट की उंचाई तक...। महशूर जज व राष्टवादी महादेव गोविंद रानाडे, बड़ोदरा के महाराज शिवाजी राव गायकवाड़ के साथ भारी दर्शकों के बीच....। लेकिन दुर्भाग्य से वह वहीं क्रैश हो गया....।
क्या कहेंगे आप विमान के प्रथम भारतीय आविष्कारक पर...????

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