8 Jan 2012

अग्नि व एनर्जी

दोनों श्लोक ऋग्वेद से लिए गए हैं। वैदिक सूत्रों के अनुसार अथर्वा पहले ऋषि थे, जिन्होंने तालाब के जल के मंथन से उर्जा पैदा करने के विधि बताई थी। वेदोत्तर ग्रंथों और शिल्प शास्त्रों में हवा, रत्न, आकाश, सूर्य आदि स्रोतों से विद्युत की प्राप्ति और उसके उपयोग से यंत्र संचालन का उल्लेख मिलता है। लेकिन दिक्कत यह रही कि ग्रंथ सूत्रात्मक भाषा में हैं, जिन्हें आसानी से नहीं समझ सकता और इसमें वर्णित तकनीक से बने यंत्र पुरातत्व विभाग को नहीं मिले। इससे बीच की कडि़यां टूट गई और इस बारे में संदेह हमेशा बना रहा।

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